Surendranagar, गुजरात: अवैध कोयला खदान में तीन मजदूरों की मौत, चार लोगों पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज

Surendranagar Gujrat: सुरेंद्रनगर जिले के मुली तालुका के भेट गांव के पास स्थित एक अवैध कोयला खदान में काम कर रहे तीन मजदूरों की मौत हो गई। इस घटना के संबंध में चार व्यक्तियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। इस मामले की जानकारी रविवार को एक अधिकारी ने दी।

घटना का विवरण

शनिवार को सुरेंद्रनगर जिले के थानगढ़ तालुका के भेट गांव के पास एक अवैध कोयला खदान में खुदाई का कार्य चल रहा था। इस खदान में लक्ष्मण डाभी (35), खोदाभाई मकवाना (32) और विराम केरलिया (35) खुदाई कर रहे थे। इसी दौरान खदान में जहरीली गैस निकलने लगी और सुरक्षा उपकरणों की कमी के कारण तीनों मजदूरों की मौत हो गई। प्राथमिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि खदान में कोई भी सुरक्षा उपकरण, जैसे हेलमेट, मास्क आदि उपलब्ध नहीं थे।

प्राथमिक जांच और आरोप

प्राथमिक जांच के अनुसार, इस घटना का मुख्य कारण खदान में सुरक्षा उपकरणों की कमी था। इसके अलावा, खदान में सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया था, जिसके चलते मजदूरों को अपनी जान गंवानी पड़ी। पुलिस ने जशाभाई केरलिया, जनक अनियारिया, खिमजीभाई सारडिया और कल्पेश परमार के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है।

पिछली घटना का संदर्भ

यह घटना सुरेंद्रनगर जिले में अवैध खनन के दौरान सुरक्षा उपायों की कमी के कारण हुई पहली घटना नहीं है। इससे पहले फरवरी महीने में भी जिले में एक अवैध खनन कार्य के दौरान ‘जिलेटिन’ की छड़ों से हुए विस्फोट के बाद निकली जहरीली गैस के कारण तीन श्रमिकों की मौत हो गई थी। इन घटनाओं ने खनन कार्यों में सुरक्षा उपायों की अनदेखी और मजदूरों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।

मजदूरों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था

इस घटना ने एक बार फिर से अवैध खनन कार्यों में मजदूरों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। अवैध खनन के कारण होने वाली दुर्घटनाओं में मजदूरों की मौतें कोई नई बात नहीं हैं, लेकिन इस पर नियंत्रण के लिए सरकार और प्रशासन को कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है। अवैध खनन के मामलों में न केवल खनन कार्यों को रोका जाना चाहिए, बल्कि इस कार्य में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई भी की जानी चाहिए।

समाज और प्रशासन की भूमिका

मजदूरों की सुरक्षा के प्रति समाज और प्रशासन की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। अवैध खनन कार्यों की सूचना मिलने पर स्थानीय प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए और मजदूरों को सुरक्षित कार्य वातावरण प्रदान करना चाहिए। इसके अलावा, समाज के सदस्यों को भी अवैध खनन कार्यों की सूचना प्रशासन को देने में सहयोग करना चाहिए ताकि इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।

निष्कर्ष

सुरेंद्रनगर जिले में अवैध कोयला खदान में तीन मजदूरों की मौत ने एक बार फिर से खनन कार्यों में सुरक्षा उपायों की अनदेखी को उजागर किया है। इस घटना के बाद चार लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। अब आवश्यकता है कि प्रशासन और समाज मिलकर ऐसे अवैध कार्यों पर रोक लगाएं और मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। प्रशासन को अवैध खनन कार्यों पर सख्त निगरानी रखते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में इस प्रकार की दुखद घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।

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