Shankar Lalwani Record 11 Lakh Votes Indore इंदौर लोकसभा सीट चुनावों से पहले भी सुर्खियों में थी क्योंकि कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय बम ने नाम वापसी के अंतिम दिन फॉर्म वापस ले लिया था और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए थे। इस घटनाक्रम के बाद इंदौर में कांग्रेस का कोई उम्मीदवार नहीं था, जिससे यह सीट विशेष चर्चा में आ गई थी।
चुनावी नतीजे और रिकॉर्ड
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों की घोषणा के बाद इंदौर लोकसभा सीट एक बार फिर चर्चा में है। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी शंकर लालवाणी ने रिकॉर्ड 11 लाख 75 हजार वोटों से जीत दर्ज की। यह लोकसभा चुनाव 2024 का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। इसके अतिरिक्त, इस लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा नोटा (NOTA) में वोट डालने का भी रिकॉर्ड बना है, जहाँ लगभग 2 लाख 18 हजार वोट डाले गए।
मध्य प्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट भारतीय जनता पार्टी के लिए सुरक्षित सीटों में से एक मानी जाती है। शंकर लालवाणी ने लगातार दूसरी बार 10 लाख से अधिक वोट हासिल किए हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में, शंकर लालवाणी ने कांग्रेस प्रत्याशी पंकज संघवी को 5 लाख 47 हजार वोटों से हराया था। इस बार के चुनाव में उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी संजय सोलंकी को हराया है।
शंकर लालवाणी कौन है ?
शंकर लालवाणी सिंधी परिवार से आते हैं, जो विभाजन के दौरान पाकिस्तान से मध्य प्रदेश में आकर बस गया था। उनका जन्म 16 अक्टूबर 1961 को हुआ था। सांसद बनने से पहले, वह इंदौर डेवलपमेंट अथॉरिटी के अध्यक्ष रह चुके हैं। उन्होंने वीरमाता जीजाबाई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से बी.टेक की पढ़ाई की है। भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें 2019 में सुमित्रा महाजन की जगह टिकट दिया था, जो उस समय लोकसभा अध्यक्ष थीं।
इंदौर लोकसभा सीट पर शंकर लालवाणी की ऐतिहासिक जीत और नोटा में सबसे ज्यादा वोट डालने का रिकॉर्ड इस चुनाव को विशेष बना देता है। बीजेपी के लिए यह सीट सुरक्षित मानी जाती है और शंकर लालवाणी की लोकप्रियता और उनकी जीत इस बात का प्रमाण है कि वह जनता के बीच कितने प्रिय हैं।